Saturday, December 27, 2008

दूर है आप से कोई गम नहीं,

दूर रहकर भी भुलानेवाले हम नहीं,

किसी वजह से मुलाक़ात ना हो तो क्या हुआ,

आपके ख़याल भी किसी मुलाकात से कम नहीं.

3 comments:

  1. सुंदर अभिव्यक्ति.
    स्वागत ब्लॉग परिवार और मेरे ब्लॉग पर भी.

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  2. हिंदी लिखाड़ियों की दुनिया में आपका स्वागत। खूब लिखे ।अच्छा लिखे। हजारों शुभकामनांए।

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  3. आज आपका ब्लॉग देखा बहुत अच्छा लगा. मेरी कामना है की आपके शब्दों को नए रूप, नए अर्थ और व्यापक दृष्टि मिले जिससे वे जन-सरोकारों की सशक्त अभिव्यक्ति का माध्यम बन सकें.....
    कभी समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर पधारें.
    http://www.hindi-nikash.blogspot.com

    सादर-
    आनंदकृष्ण, जबलपुर.

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