Tuesday, March 3, 2009

उदास नज़रो में कुछ ख्वाब मिलेंगे,
कभी कांटे तो कभी गुलाब मिलेंगे,
मेरे दिल की किताब को अपनी नज़र से पढ़ कर तो देखो,
कभी आपकी याद तो कभी आप मिलेंगे.

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