Monday, April 6, 2009

मीठी नींद मीठे ख़्वाब,
हो गया सवेरा अब तो जागो जनाब,
चाँद भी छुप गया फिर रात के इंतजार में,
१ नया दिन सरू करो अपनी मंजिल की तलाश में.

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